Grahan 2025: 7 और 21 सितंबर को होने वाला है कुछ बड़ा; एक महीने में दो ग्रहण, सूतक से लेकर सभी शुभ-अशुभ प्रभाव को जानें

Grahan 2025: 7 और 21 सितंबर को होने वाला है कुछ बड़ा; एक महीने में दो ग्रहण, सूतक से लेकर सभी शुभ-अशुभ प्रभाव को जानें

सितंबर 2025 में जो दो ग्रहण लगेंगे7-8 सितंबर का पूर्ण चंद्रग्रहण और 21 सितंबर का आंशिक सूर्यग्रहण — उनमें से केवल चंद्रग्रहण भारत से दिखाई देगा, और केवल उसी का सूतक काल मान्य होगा।

7–8 सितंबर 2025 पूर्ण चंद्रग्रहण (Total Lunar Eclipse)

— चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में आ जाएगा।

समय (भारत के अनुसार):

चरण

समय (IST – भारतीय समय)

ग्रहण आरंभ

रात 8:12 PM (7 सितंबर)

पूर्ण ग्रहण शुरू

रात 9:53 PM

पूर्ण ग्रहण समाप्त

रात 11:17 PM

ग्रहण समाप्त

रात 12:45 AM (8 सितंबर)

 

सूतक काल (भारत में लागू होता है):

नियम

विवरण

सूतक आरंभ (9 घंटे पूर्व)

सुबह 11:12 AM (7 सितंबर)

सूतक समाप्त

रात 12:45 AM (8 सितंबर)


सूतक काल में क्या न करें:

• भोजन, पूजा, नए कार्य, गर्भवती महिलाओं को सतर्कता

• ध्यान, जाप और शांति बनाए रखें

21 सितंबर 2025 — आंशिक सूर्यग्रहण

आंशिक सूर्यग्रहण (Partial Solar Eclipse)

— केवल कुछ हिस्सा सूर्य का ढकेगा, पूर्ण नहीं होगा

            यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिणी महासागर में दिखाई देगा।

ग्रहण काल में क्या करें?

• मंत्र जाप करें (ॐ चंद्राय नमः, ॐ नमः शिवाय)

• ध्यान और शांति बनाए रखें

• ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें

ग्रहण काल में क्या न करें:

• ग्रहण काल में खाना बनाना या खाना

• गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता (परंपरा अनुसार)

• धार्मिक कार्य, शुभ कार्य टालें

संभावित प्रभाव राशियों पर:

राशि

प्रभाव

कर्क, मकर, मीन

भावनात्मक असंतुलन, मन उदास हो सकता है

मेष, तुला

निर्णय लेने में भ्रम, संबंधों में तनाव

वृष, कुंभ

मानसिक अशांति, ध्यान केंद्रित करना कठिन

सिंह, वृश्चिक

गुस्सा या आवेग में बढ़ोतरी

 

ग्रहण काल के दौरान किसी भी बड़े निर्णय, समझौते, विवाह, निवेश या नया काम शुरू करने से बचा जाता हैभारतीय ज्योतिष में चंद्रग्रहण को “छाया ग्रहों” यानी राहु और केतु से जोड़ा जाता है, जो मानसिक, भावनात्मक और आंतरिक परिवर्तन दर्शाते हैं।

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