2025 में 100 सालों में पहली बार ऐसा सूर्य ग्रहण, कब लगेगा सूर्यग्रहण? सूतक से लेकर सभी शुभ-अशुभ प्रभाव को जानें

2025 में 100 सालों में पहली बार ऐसा सूर्य ग्रहण, कब लगेगा सूर्यग्रहण? सूतक से लेकर सभी शुभ-अशुभ प्रभाव को जानें

7/8/2025 को जो सूर्यग्रहण लगने वाला है, वह पूर्ण सूर्यग्रहण (Total Solar Eclipse) होगा, और इसे 21वीं सदी के सबसे लंबे सूर्यग्रहणों में से एक माना जा रहा है। हालांकि यह भारत में पूरी तरह से दिखाई नहीं देगा, लेकिन कुछ प्रभाव और खगोलीय महत्व ज़रूर रहेगा।

कहां दिखेगा सबसे ज्यादा (Maximum Visibility):

         

• चिली और अर्जेंटीना (South America) में यह सूर्यग्रहण पूरी तरह से दिखाई देगा।

    • पैसिफिक महासागर के कुछ क्षेत्रों में यह ग्रहण सबसे ज्यादा समय तक (लगभग 6 मिनट तक) देखा जा सकेगा।

     • भारत में यह केवल आंशिक सूर्यग्रहण (Partial Eclipse) के रूप में कुछ स्थानों पर थोड़े समय के लिए दिखाई दे सकता है, लेकिन बहुत सीमित रूप में।

   यह सूर्यग्रहण कितना लंबा होगा?

• यह ग्रहण लगभग 6 मिनट और 23 सेकंड तक पूर्ण रूप से सूर्य को ढक लेगा — यह 21वीं सदी के सबसे लंबे पूर्ण सूर्यग्रहणों में गिना जाएगा।

• अधिकतम ग्रहण चिली और अटलांटिक महासागर के बीच होगा।

उसका ज्योतिषीय प्रभाव भी बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर राशियों, सूतक काल, और सामान्य जीवन पर। नीचे इसका संपूर्ण विश्लेषण दिया गया है:

ज्योतिषीय प्रभाव – किस राशि पर क्या असर पड़ेगा?

  

प्रभावित राशियाँ (नकारात्मक असर):

1. कर्क (Cancer) – मानसिक तनाव, पारिवारिक चिंता

2. मेष (Aries) – आत्म-संयम की आवश्यकता, स्वास्थ्य पर असर

  3. धनु (Sagittarius) – कार्य में बाधा, निर्णय लेने में भ्रम

4. मकर (Capricorn) – संबंधों में खटास, नौकरी में दबाव

सकारात्मक असर वाली राशियाँ:

1. वृषभ (Taurus) – नई योजनाओं की सफलता

2. कन्या (Virgo) – करियर में लाभ, स्थिरता

3. मीन (Pisces) – धन लाभ, अध्यात्म की ओर झुकाव

मध्यम प्रभाव वाली राशियाँ:

1. सिंह (Leo) – संभलकर खर्च करें

2. तुला (Libra) – संबंधों में संतुलन रखें

3. कुंभ (Aquarius) – पुराने कार्यों को पूरा करें

4. वृश्चिक (Scorpio) – आत्मविश्वास में कमी न लाएं

🕰 सूतक काल (Sutak Period):

सूतक काल उसी स्थान पर लागू होता है जहां ग्रहण दृश्यमान होता है।

भारत में यह ग्रहण मुख्य रूप से दिखाई नहीं देगा, इसलिए धार्मिक रूप से सूतक काल नहीं लगेगा।

लेकिन कुछ परंपरागत मान्यताओं वाले लोग फिर भी उपवास, पूजा, ध्यान आदि का पालन करते हैं।

ग्रहण का खगोलीय विवरण (Suryagrahan Details):तिथि: 2 अगस्त 2027 (शनिवार)

प्रकार: पूर्ण सूर्यग्रहण (Total Solar Eclipse)

भारत में: आंशिक रूप में या कई स्थानों पर नहीं दिखाई देगा

जहां पूरा दिखेगा: चिली, अर्जेंटीना, अटलांटिक महासागर

पूर्ण ग्रहण की अवधि: लगभग 6 मिनट 23 सेकंड

 

ग्रहण कब शुरू और खत्म होगा? (UTC Time)

ग्रहण प्रारंभ (Partial): सुबह लगभग 14:00 UTC

पूर्ण ग्रहण शुरू: लगभग 15:05 UTCk

ग्रहण का मध्य बिंदु: 15:08 UTC

ग्रहण समाप्त: 16:45 UTC

भारत में यह समय भारतीय मानक समय (IST) के अनुसार लगभग 7:30 PM से 10:15 PM तक होगा, लेकिन यह दृश्य नहीं होगा।

हालांकि भारत में यह ग्रहण आंशिक और सीमित होगा, फिर भी सूतक काल और स्नान-दान जैसे परंपराएं कुछ लोग निभा सकते हैं, खासकर धार्मिक क्षेत्रों में।

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