एसिड रिफ्लक्स, एसिडिटी या GERD: के कारण होने वाली असुविधा से राहत दिला सकते हैं

एसिड रिफ्लक्स, एसिडिटी या GERD: के कारण होने वाली असुविधा से राहत दिला सकते हैं

GERD (गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफ्लक्स डिज़ीज़) आजकल बहुत तेज़ी से फैल रही है, खासकर युवाओं और शहरी लोगों में। इसका कारण सिर्फ भोजन नहीं है, बल्कि हमारी बदलती जीवनशैली और आदतों की कई गलतियाँ इसके लिए ज़िम्मेदार हैं। GERD एक दीर्घकालिक पाचन संबंधी रोग है जिसमें पेट का एसिड बार-बार भोजन नली (इसोफेगस) में वापस आ जाता है।GERD को नियंत्रित करने और इसके लक्षणों (लच्छणों) को दूर करने के लिए “लाइफस्टाइल में बदलाव” सबसे ज़रूरी होता है। दवाएं मदद करती हैं, लेकिन अगर आदतें न सुधारी जाएं तो समस्या बनी रहती है।

GERD इसका शरीर पर कई तरह का प्रभाव पड़ सकता है:

1. छाती और गले में जलन (Heartburn & Acidity)

• लगातार सीने में जलन

• गले में खट्टा पानी आना

• भोजन निगलने में कठिनाई

2. खांसी और सांस की समस्या

• खासकर रात को सूखी खांसी

Asthma जैसी लक्षण

• सांस लेने में दिक्कत या घरघराहट

3. गले और आवाज़ पर असर

• आवाज़ में भारीपन या बैठना

• गले में खराश या गांठ जैसा अहसास

• बोलने में कठिनाई

4. दांतों पर प्रभाव

• एसिड के कारण दांतों की ऊपरी परत (enamel) घिस सकती है

• दांतों में संवेदनशीलता और सड़न बढ़ सकती है

5. नींद में बाधा

GERD रात को ज़्यादा होता है, जिससे नींद खराब हो सकती है

• बार-बार उठना या करवट बदलना

GERD के लक्षणों को दूर करने के लिए किन चीज़ों पर सबसे ज़्यादा ध्यान देना चाहिए:

1.खाने-पीने की आदतों पर ध्यान दें

आदत

कारण

रात का खाना सोने से 2-3 घंटे पहले खाएं

ताकि खाना पच जाए, लेटने पर एसिड आए

खाने के बाद सीधा लेटें, थोड़ा चलें

इससे पाचन में मदद मिलती

2. सोने की स्थिति

• सिर को थोड़ा ऊँचा रखें (तकिए या बेड की ऊँचाई बढ़ाकर)

• सीधे पीठ के बल सोने की बजाय बाईं करवट सोएं — यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि बाईं तरफ सोने से एसिड वापस नहीं आता।

3.तनाव कम करें

• तनाव से पेट में एसिड बनना बढ़ जाता है

• योग, मेडिटेशन, गहरी सांस लेना – ये मदद करते हैं

GERD सबसे ज़्यादा किस कारण से शरीर में फैलता है?

       तेज मसालेदार, तला हुआ, और भारी खाना बहुत ज़्यादा चाय, कॉफी, चॉकलेट या कोल्ड ड्रिंक दिनभर बिना समय के खाते रहना या देर रात खाना ये सब पेट में एसिड बनाते हैं और उसे ऊपर चढ़ने में मदद करते हैं। पेट में खाना होने पर लेटने से एसिड भोजन नली में ऊपर आता है। पेट पर दबाव बढ़ता है जिससे एसिड ऊपर चढ़ता है,खासकर पेट के आसपास की चर्बी इसका बड़ा कारण है

खाना खाने के बाद 2-3 घंटे तक न लेटें, हल्का और समय पर खाना खाएं, स्मोकिंग, शराब और स्ट्रेस से बचें, वजन कंट्रोल में रखें|

GERD के लक्षण गलत नहीं हैं, बल्कि वे शरीर की चेतावनी हैं कि कुछ गड़बड़ है। अगर समय पर ध्यान दिया जाए, तो ये उल्टा सही इलाज की तरफ पहला कदम बनते हैं।

GERD के लक्षण किस डॉक्टर को दिखाना चाहिए?

गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट (Gastroenterologist)

यह डॉक्टर पाचनतंत्र, पेट, इसोफेगस (भोजन नली), आंतों, लिवर आदि की बीमारियों के विशेषज्ञ होते हैं।

इसके लक्षणों (लच्छणों) को दूर करने के लिए “लाइफस्टाइल में बदलाव” सबसे ज़रूरी होता है। दवाएं मदद करती हैं, लेकिन अगर आदतें न सुधारी जाएं तो समस्या बनी रहती है।

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